फेक रेटिंग पर भारी पड़ेगी सेटिंग! ई-कॉमर्स वेबसाइट के Reviews पर गाइडलाइंस जारी, 25 नवंबर से लागू होंगे नए नियम
इन नए नियमों का मकसद फेक और पेड रिव्यूज पर सरकारी शिकंजा कसना है. इनके लागू हो जाने के बाद ई-कॉमर्स कंपनियां अब फेक और पेड रिव्यूज नहीं करवा पाएंगी.
फेक रेटिंग पर भारी पड़ेगी सेटिंग! ई-कॉमर्स वेबसाइट के Reviews पर गाइडलाइंस जारी, 25 नवंबर से लागू होंगे नए नियम
फेक रेटिंग पर भारी पड़ेगी सेटिंग! ई-कॉमर्स वेबसाइट के Reviews पर गाइडलाइंस जारी, 25 नवंबर से लागू होंगे नए नियम
Consumer Affairs: उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिए कंज्यूमर अफेयर्स मंत्रालय ने नए नियम जारी किए हैं. सरकार ई-कॉमर्स वेबसाइट के Fake Reviews पर काफी सख्त दिख रही है. केंद्र सरकार ने कहा था कि ऑनलाइन बिक्री प्लेटफॉर्म पर प्रोडक्ट्स और सर्विसेस की फर्जी समीक्षाओं से उपभोक्ताओं को बचाने के लिए वह नियम सख्त लागू करने वाली है. जारी होने वाले गाइड लाइन से ग्राहकों को ऐसे फेक रिव्यू (Fake Reviews) से धोखा देने की कोशिशों पर लगाम लगेगी. यह नए नियम 25 नवंबर से लागू होंगे.
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फर्जी रिव्यू पर सरकार सख्त
फर्जी रिव्यू पर रोक लगाने के लिए सरकार गंभीर है. सरकार पैसे देकर पॉजिटिव रिव्यू और फाइव स्टार रेटिंग पर जुर्माना लगाएगी. दूसरी कंपनियों के लिए नेगेटिव रिव्यू कराने पर भी कार्रवाई होगी. जानबूझकर ऐसा करने पर 10 से 50 लाख रुपये तक का जुर्माना लगेगा. यह नियम सभी संस्थाओं पर लागू होगा. जो भी वेबसाइट रिव्यू पब्लिश करती है. इसलिए ये नए नियम मानना अनिवार्य होगा. जिसमें होटल, रेस्तरां, ई कॉमर्स, रिटेल, टूर और ट्रैवल, सिनेमा बुकिंग और जिनके भी App etc हैं जहां रिव्यू हो सकता है, क्षेत्र की कंपनियों को शामिल किया गया है.
25 नवंबर से लागू होंगे नियम
- जो लिखा है वही पब्लिश होगा.
- बिना ग्राहक की मर्जी उसकी निजता से कोई छेड़छाड़ नहीं होगी.
- वेबसाइट को पारदर्शिता बनाकर रखने की व्यवस्था करनी होगी.
- अपनी सुविधा के अनुसार रेटिंग को लगाना या छुपाना नहीं होगा.
- दुनिया में भारत पहला देश है जहां ऐसा स्टैंडर्ड बनाया जा रहा.
- पैसे देकर रिव्यू को अलग मार्क करना होगा.
- रिव्यू करने वाले Author की पहचान करनी होगी
- KYC की पूरी प्रक्रिया फॉलो करनी होगी.
- अपनी सुविधा के अनुसार रेटिंग को लगाना या छुपाना नहीं होगा.
- किसी भी तरह की अवमानना को उपभोक्ता आयोग अथवा CCPA एक्शन ले सकता है.
- इस तरह की प्रैक्टिस को Unfair Trade Practice माना जाएगा.
कैसे नए नियम से मिलेगा लाभ
ई-कॉमर्स वेबसाइट, होटल और ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म्स पर यूजर रीव्यू और स्टार रेटिंग्स काफी मायने रखती है क्योंकि ये वो प्लेटफॉर्म होते हैं जो रीव्यूज और स्टार रेटिंग्स पर काफी हद तक निर्भर करती हैं. और ऐसे में किसी भी घटिया प्रोडक्ट या सर्विस को अच्छे रीव्यूज और बेहतर स्टार रेटिंग्स नहीं मिलेंगे तो एक आम आदमी न सिर्फ ऐसे प्रोडक्ट और सर्विस से दूरी बनाकर रखेगा बल्कि धोखा खाने से भी बच जाएगा.
04:47 PM IST